कंपनी की पृष्ठभूमि
ऑयल इंडिया लिमिटेड, भारत सरकार के स्वामित्व वाली दूसरी सबसे बड़ी तेल और गैस कंपनी है। यह कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन, ट्रांसपोर्टेशन और प्रोसेसिंग में संलग्न है। इसकी उपस्थिति भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी है।
हालिया प्रदर्शन
मार्च 2025 तिमाही में ऑयल इंडिया का प्रदर्शन मजबूत रहा:
- नेट प्रॉफिट: ₹2,000 करोड़ के करीब
- रेवेन्यू: ₹9,500 करोड़+
- EBITDA मार्जिन: लगभग 25%
ब्रोकरेज की राय
"ऑयल इंडिया की वैल्यूएशन आकर्षक है और कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता इसका मुनाफा बनाए रखने में मदद करेगी। साथ ही गैस सेगमेंट से भी लाभ मिलेगा।"
– प्रभुदास लीलाधर
निवेश क्यों करें?
- कम वैल्यूएशन
- स्थिर डिविडेंड यील्ड
- ऊर्जा मांग में लगातार वृद्धि
- सरकारी स्वामित्व और समर्थन
- कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता
- तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट
- नीतिगत परिवर्तन
- विदेशी मुद्रा में उतार-चढ़ाव
मध्यम से लंबी अवधि के लिए ऑयल इंडिया एक अच्छा विकल्प हो सकता है। स्थिर डिविडेंड और मजबूत फंडामेंटल्स इसे आकर्षक बनाते हैं।
ऑयल इंडिया लिमिटेड एक भरोसेमंद सरकारी कंपनी है। ब्रोकरेज हाउस प्रभुदास लीलाधर ने इसमें निवेश की सलाह देते हुए ₹649 का टारगेट दिया है। यह दर्शाता है कि कंपनी में ग्रोथ की पर्याप्त संभावना है। --- अब आप इस HTML को Blogger में जाकर
0 Comments