1. निफ्टी और सेंसेक्स क्या हैं?
निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ही स्टॉक मार्केट इंडेक्स (सूचकांक) हैं। ये भारत के दो प्रमुख शेयर बाज़ारों – NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) और BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) – के प्रदर्शन को दर्शाते हैं।
निफ्टी: NSE का इंडेक्स है, इसमें टॉप 50 कंपनियाँ शामिल होती हैं।
सेंसेक्स: BSE का इंडेक्स है, इसमें टॉप 30 कंपनियाँ होती हैं।
2. इंडेक्स का मतलब क्या होता है?
इंडेक्स एक ऐसा सूचकांक होता है जो यह बताता है कि बाज़ार ऊपर जा रहा है या नीचे। ये टॉप कंपनियों के प्रदर्शन पर आधारित होता है।
> जैसे अगर निफ्टी बढ़ रहा है, तो इसका मतलब है कि भारत की बड़ी कंपनियाँ अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।
3. निफ्टी और सेंसेक्स का फर्क क्या है?
बिंदु निफ्टी सेंसेक्स
एक्सचेंज NSE BSE
कंपनियों की संख्या 50 30
शुरुआत का साल 1996 1986
पूरा नाम Nifty 50 Sensitive Index (Sensex)
आधार वर्ष 1995 1978–79
4. दोनों क्यों ज़रूरी हैं?
ये दोनों इंडेक्स पूरे शेयर बाजार की सेहत का संकेत देते हैं।
निवेशक और मीडिया इनका उपयोग यह जानने के लिए करते हैं कि बाज़ार ऊपर जा रहा है या नीचे।
Mutual Funds और अन्य फंड्स अक्सर इनसे तुलना करते हैं।
5. क्या इनमें निवेश किया जा सकता है?
हाँ, आप Index Funds के ज़रिए निफ्टी या सेंसेक्स में निवेश कर सकते हैं। ये फंड्स उसी अनुपात में निवेश करते हैं जिस तरह से निफ्टी या सेंसेक्स में कंपनियाँ होती हैं।
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निष्कर्ष:
निफ्टी और सेंसेक्स शेयर बाजार की दिशा बताने वाले दो मुख्य इंडेक्स हैं। अगर आप स्टॉक मार्केट को समझना चाहते हैं तो इन दोनों का फर्क और महत्व जानना बहुत जरूरी है।
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